बीजापुर नक्सलियों पर जवानों का प्रहार, 11 माओवादियों को किया ढ़ेर.. 16 नक्सलियों ने छोड़े हथियार
राज्य के अथक प्रयासों के बाद भी नक्सलियों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन नक्सली जवानों और ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। हांलकि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद नक्सलियों में खौफ बना हुआ है और अब नक्सली हिंसा की राह को छोड़कर बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण कर रहे हैं। इसी बीच आज मंगलवार को दो दर्जन से ज्यादा नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। बताया जा रहा है कि ये सभी पीएलजीए बटालियन नंबर 01 का सदस्य थे। केएएमएस अध्यक्ष, सीएनएम कमाण्डर सहित एलजीएस सदस्य ने भी हिंसा की राह छोड़ दिया है।
आपको बता दें कि आज ही नारायणपुर और कांकेर जिलों की सीमा पर एक जंगल में मंगलवार को नक्सलियों के साथ सुरक्षाकर्मियों की मुठभेड़ हुई है। इस दौरान तीन महिलाओं सहित नौ नक्सली मारे गए। राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 15 दिनों में सुरक्षा बलों का नक्सलियों पर यह दूसरा बड़ा हमला है। यह भी बताया हैं कि कल यानि 29 अप्रैल को गश्त में निकले डीआरजी और एसटीएफ के जवानो की मुठभेड़ हुई थी। आज सर्चिंग के दौरान नौ नक्सलियों जिसमें तीन महिला नक्सली शामिल हैं उनका शव बरामद किया गया हैं।
बता दें कि इससे पहले बीते सोमवार को दो दर्जन नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। बताया जा रहा है कि ये सभी नक्सली अलग अलग इलाकों में सक्रिय थे। एसपी गौरव रॉय ने बताया कि जिला मुख्यालय में लोन वर्राटू अभियान के तहत 23 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। समर्पण करने वाले ये सभी नक्सली अलग अलग इलाकों में सक्रिय थे।