सर्वाइकल कैंसर के इन 7 लक्षणों कों नहीं पहचान पाई पूनम पांडेय, 32 में बना साइलेंट किलर
एक्ट्रेस और मॉडल पूनम पांडेय का आज सुबह 2 फरवरी को सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) की वजह से निधन हो गया है, इस दुखद खबर का पूनम पांडेय के ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से पता चला है, पूनम पांडेय महज 32 साल की थीं, इस खबर की पुष्टि पूनम के मैनेजर ने भी की है, उन्होंने बताया कि पूनम को कुछ दिन पहले ही इस कैंसर के होने का पता चला था.
इंस्टाग्राम पर जो पोस्ट शेयर की गई है उसमें लिखा है, ‘आज की सुबह हमारे लिए कठिन है, आपको यह बताते हुए बहुत दुख हो रहा है कि हमने सर्वाइकल कैंसर के कारण अपनी प्यारी पूनम को खो दिया है, जो लोग भी उनके संपर्क में आए, वो उनसे प्यार से मिलीं दुख की इस घड़ी में हम प्राइवेसी का अनुरोध करेंगे और हमारे साथ शेयर की गई हर बात के लिए उन्हें प्यार से याद करते हैं.
बताया गया कि पूनम की मौत सर्वाइकल कैंसर की वजह से हुई है, सर्वाइकल कैंसर वह कैंसर है जो गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरू होता है, यह महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे बड़ा कैंसर है, बिजनेस टुडे की रिपोर्ट (ref) के अनुसार, भारत में महिलाओं के कैंसर में सर्वाइकल कैंसर दूसरे स्थान पर है, साल 2020 में 123,000 से ज्यादा मामले सामने आए जबकि 77,000 मौत हुईं, चलिए जानते हैं कि सर्वाइकल कैंसर क्या है, इसके क्या कारण हैं और इसकी रोकथाम कैसे ही जा सकती है.
WHO के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर वह कैंसर है जो गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरू होता है। गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय को योनि से जोड़ती है। सर्वाइकल कैंसर आमतौर पर समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है। गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर होने से पहले, गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाएं ‘डिसप्लेसिया’ नामक परिवर्तनों से गुजरती हैं, जिसमें गर्भाशय ग्रीवा के ऊतकों में असामान्य कोशिकाएं दिखाई देने लगती हैं। ऐसे में समय के साथ यदि इसका इलाज नहीं किया गया तो असामान्य कोशिकाएं कैंसर कोशिकाएं बन सकती हैं और बढ़ने लगती हैं। साथ ही गर्भाशय ग्रीवा और आसपास के क्षेत्रों में अधिक गहराई तक फैल जाती हैं.
पानी जैसा या खूनी योनि स्राव
योनि स्राव में दुर्गंध आना
यौन संबंध के बाद योनि से रक्तस्राव
मासिक धर्म के बीच में रक्तस्राव
लंबे समय तक और भारी मासिक धर्म
पैरों में सूजन
पेल्विक हिस्से, लेग्स और बेक पेन
स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा- अधिकांश सर्वाइकल कैंसर (90% तक) स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा होते हैं, ये कैंसर एक्टोसर्विक्स की कोशिकाओं से विकसित होते हैं.
एडेनोकार्सिनोमा- सरवाइकल एडेनोकार्सिनोमा एंडोकर्विक्स की ग्रंथि कोशिकाओं में विकसित होता है, क्लियर सेल एडेनोकार्सिनोमा, जिसे क्लियर सेल कार्सिनोमा या मेसोनेफ्रोमा भी कहा जाता है, एक दुर्लभ प्रकार का सर्वाइकल एडेनोकार्सिनोमा है, कभी-कभी सर्वाइकल कैंसर में स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और एडेनोकार्सिनोमा दोनों की विशेषताएं होती हैं। इसे मिश्रित कार्सिनोमा, या एडेनोस्क्वामस कार्सिनोमा कहा जाता है। बहुत कम ही, कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की अन्य कोशिकाओं में विकसित होता है।
रेगुलर स्क्रीनिंग
सेफ सेक्स
वजन कंट्रोल करें
तनाव कम करें
हेल्दी डाइट
नो स्मोकिंग
सीमित अल्कोहल
2020 में अनुमानित 604,000 नए मामलों और 342,000 मौतों के साथ सर्वाइकल कैंसर वैश्विक स्तर पर महिलाओं में चौथा सबसे आम कैंसर है।सर्वाइकल कैंसर की सर्वाधिक घटनाएं और मृत्यु दर की उच्चतम दर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में है, जोकि चिंताजनक है।एचआईवी से पीड़ित महिलाओं में एचआईवी रहित महिलाओं की तुलना में सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना 6 गुना अधिक होती है।एचपीवी के खिलाफ रोगनिरोधी टीकाकरण, कैंसर-पूर्व घावों की जांच और उपचार सर्वाइकल कैंसर को रोकने के सबसे प्रभावी तरीके हैं।यदि प्रारंभिक चरण में निदान किया जाए और तुरंत इलाज किया जाए तो सर्वाइकल कैंसर को ठीक किया जा सकता है।दुनिया भर के देश सर्वाइकल कैंसर के उन्मूलन में तेजी लाने के लिए काम कर रहे हैं, बावजूद इसके यह एक बड़ी समस्या बनी हुई है।डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।